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कैंसर का दर्द समझने के बाद लोगों को जागरूक करने का ठाना

 


धमतरी में कैंसर अवेयरनेस शिविर का आयोजन


भूपेंद्र साहू

धमतरी ।श्री लोहाणा महाजन एवं लोहाणा महिला मंडल के तत्वावधान में कैंसर अवेयरनेस शिविर का आयोजन शनिवार को गुजराती समाज भवन में किया गया। जिसमें राजनांदगांव से सिद्धी फाउंडेशन की सिद्धी मिराणी विशेष रूप से पहुंचकर लोगों को कैंसर के प्रति जागरूक किया। शिविर में 30 से अधिक मरीज पहुंचे थे। जिनकी दो विशेषज्ञ चिकित्सकों ने जांच कर उचित सलाह दी। 


पत्रकारों से चर्चा करते हुए सिद्धी मिराणी ने बताया कि 5 साल पहले उन्हें कैंसर होने की जानकारी मिली। 9-10 माह तक समझने और जांच में निकल गया। तब तक वह कैंसर तीसरे स्टेज में पहुंच चुका था। रायपुर के संजीवनी कैंसर अस्पताल में पहुंचने के बाद बताया कि बचने की थोड़ी सी गुंजाईश है। तभी से उन्होंने ठान लिया कि कैंसर को पराजित करना है। जिसमें वह कामयाब रही। कैंसर काउंसलिंग का कोर्स किया और अस्पताल से जुड़ गई। इसके बाद से लगातार लोगों को कैंसर के प्रति जागरूक कर रही हंै। न सिर्फ छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों बल्कि गुजरात, ओडिशा में भी जागरूकता के लिए पहुंचती हैं। धीरे-धीरे लोग उनके साथ जुड़ते गये। 



उन्होंने बताया कि उनके सिद्धी फाउंडेशन द्वारा ब्रेस्ट कैंसर के लिए किट देते हैं और काउंसलिंग भी करते हैं। अस्पताल द्वारा गरीब मरीजों के लिए छूट भी दी जाती है। उन्होंने बताया कि कैंसर होने पर विल पावर का बहुत बड़ा रोल होता है। परिवार का सहयोग जरूरी है। आत्मविश्वास बनाये रखना चाहिए। लोग कई प्रकार के सवाल करते हैं। इस दौरान सहानुभूति के साथ प्रेरणा की भी जरूरत होती है। आज अनाज, फल में जो पेस्टीसाईड डाला जाता है वह कैंसर का एक बड़ा कारक होता है। लोगों को अपनी दिनचर्या में परिवर्तन करना पड़ेगा। खान-पान पर ध्यान दें। योग, प्राणायाम नियमित रूप से करें। उन्होंने बताया कि गांव में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर जागरूकता कार्यक्रम चलाती हैं। 


कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. राकेश मिश्रा ने कहा कि कैंसर की जानकारी जितनी जल्दी मिले, रिकव्हरी उतना जल्दी होता है। भारत में स्तन कैंसर तेजी से फैल रहा है। इसका मुख्य कारण हारमोन में असमानता है। महिलाएं मार्डन बनते हुए स्तनपान नहीं कराती यह भी एक कारण है। यदि परिवार में किसी को कैंसर है तो जेनेटिक टेस्ट जरूर कराना चाहिए। स्क्रीनिंग भी कराएं। 45 वर्ष की उम्र होने पर महिलाएं एक बार टेस्ट जरूर कराएं। महिलाएं आईने के सामने खुद अपने स्तन के गाठ को जांच कर सकती हैं। यदि उन्हें स्तन में गांठ जैसा महसूस हो तो डाक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए। डॉ. अनिकेत ठोके ने भी कई महत्वपूर्ण जानकारी दी। 


सर्व समाज के लिए आयोजित कैंसर शिविर में 30 से अधिक मरीजों की जांच की गई। साथ ही सेमीनार में उन्हें सुरक्षा एवं उपाय से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई। इस दौरान अरूण मिराणी, प्रदीप मिराणी, मुकेश रायचुरा, राकेश लोहाणा, ललित मानेन्द्र, विलेश रायचुरा, गौरव लोहाना, राजेश रायचुरा, कमलेश कोठारी, किशोर गंभीर, चिराग आथा, पीयूष राठौर, जतिन मिराणी, चंदना मिराणी, तृप्ति मानेन्द्र, सोनिया पोपट, उषा तन्ना, भावना रायचुरा, हर्षा लोहाना, मंजू लोहाना, शोभना गिंडोय, कनक शाह, भावना राठौर, नलिना सोनी, जनक लोहाना, चंद्रिका मिराणी, हनी मिराणी, विपिन लाखाना, नरेश तन्ना, स्मृ़ति तन्ना आदि मौजूद थे। 




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