मगरलोड। मगरलोड मेघा को जोड़ने वाली महानदी से आवागमन फिर से बंद हो गया है। एक सप्ताह से चल रही हल्की बारिश से जर्जर एप्रोच मार्ग में गहरा गड्ढा होने से आवागमन पूर्णतः बंद हो गया है। आवागमन बंद होने से मगरलोड क्षेत्र वासियों को तीन चार गुना अधिक दूरी सफर करना पड़ेगा। मेघा महानदी से आवागमन बंद होने से कुरूद ,धमतरी, रायपुर, नगरी सिहावा सहित अन्य शहरों से आवागमन काफी महंगा पड़ेगा। आवागमन बंद होने से स्कूली, कॉलेज छात्र-छात्राओं, व्यापारी, अधिकारी कर्मचारी, स्वास्थ्य सुविधा, किसान, राहगीर , नाते रिश्तेदारों सुख-दुख में आना जाना सहित सभी आम जनता के लिए मुश्किलों का पहाड़ टूट कर गिर गया है।
एनीकेट से बाईक सवारी जोखिम भरा...
मेघा महानदी मार्ग से आवागमन बंद होने पर बाइक सवार एनीकेट मार्ग से जोखिम भरा सफर करने मजबूर है। कीचड़ से सराबोर , कच्ची मिट्टी की फिसलन मार्ग, नाले के बहते पानी को पार करना जोखिम भरा है।
ठेकेदार की लापरवाही भुगत रहे राहगीर....
महानदी सेतु निर्माण ठेकेदार की घोर लापरवाही के कारण कच्ची मिट्टी से बना एप्रोच मार्ग समय पूर्व खराब हो गया। रास्ता बंद कर दिया गया। राहगीर की सुविधा पर घोर लापरवाही बरती गई। आगे आवागमन की सुविधा प्रदान करने कोई स्थाई व्यवस्था नहीं है।
एप्रोच मार्ग निर्माण पर प्रशासनिक अनदेखी....
मेघा महानदी में सेतु निर्माण कार्य प्रारंभ की पूर्वक एप्रोच मार्ग निर्माण की गुणवत्ता एवं उपयोगिता पर प्रशासनिक अनदेखी की गई है। ठेकेदार एप्रोच मार्ग निर्माण में राशि बचत कर कम लागत में कच्ची मिट्टी की सड़क बनाकर प्रशासन को गुमराह किया।पुराने पुल की टूटे स्लैब को मात्र मरम्मत कर एप्रोच मार्ग बनाने का दिखावा किया गया। एप्रोच मार्ग निर्माण की गुणवत्ता एवं उपयोगिता पर प्रशासनिक अधिकारियों ने निरीक्षण नहीं किया। परिणाम स्वरुप समय पूर्व एप्रोच मार्ग टूटकर दम तोड़ दिया।
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