पवन निषाद
मगरलोड। ब्लॉक मुख्यालय मगरलोड से कुरूद को जोड़ने वाले एकमात्र मेघा महानदी पुल धंसने लगा है। पुल के धंसने से वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया है। मेघा के ग्रामीणों ने बताया कि 21 सितंबर शनिवार की रात्रि 9 बजे लगभग अचानक पुल धंसने लगा।इसकी सूचना शासन प्रशासन को दी। पुलिस प्रशासन ने रात्रि में बेरिकेट लगाकर चार पहिया गाड़ियों पर आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया। इसके बाद शाम तक छोटे वाहनों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया।
ज्ञात हो कि मेघा पुल बने लगभग 35 वर्ष से ज्यादा हो गया है । लोक निर्माण विभाग द्वारा लगभग एक किलोमीटर का बनाया गया है। पुल के नीचे से रेत का अवैध उत्खनन होने से पीचिंग क्षतिग्रस्त हुआ है। जिसके कारण पुल धंसने लगा है। दो माह पहले लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को पुल के नीचे से रेत की उत्खनन की जानकारी दी गई थी किंतु अधिकारियों की अनदेखी के कारण पुल के नीचे से अवैध रेत खनन पर कोई रोकथाम नहीं लगाया गया। जिसका नतीजा यह कि पुल धंसने लगा है। पुल की पीचिंग दो से तीन सौ मीटर क्षतिग्रस्त हुआ है। इसके ऊपर से भारतमाला प्रोजेक्ट के लिए राखड़ लाने वाले बड़े-बड़े गाड़ियां भी चलती थी। रविवार को ADB और सेतु निगम के अधिकारी निरीक्षण में पहुंचे थे।
यात्री बसे, मालवाहक गाड़ियों पर प्रतिबंध....
रविवार को मेघा पुल धसने की वजह से पुलिस प्रशासन ने यात्री बसें , मालवाहक गाड़ियों पर आवागमन पर रोक लगा दिया गया। यात्री परेशान होते रहे। अब बस चालकों को परेशानी हो गई है उनको ज्यादा फेरा लगाना पड़ जाएगा।
वाहन करेली बड़ी, खट्टी पुल नारी होकर पहुंच रहे कुरूद
मेघा पुल धंसने से लोगों को कुरूद जाने में दिक्कत हो रही है। पहले चार पहिया वाहनों को बंद किया गया था। उसके बाद शाम तक दुपहिया वाहनों को भी बंद कर दिया गया। वाहन चालक करेली बड़ी, खट्टी पुल, नारी होकर कुरूद पहुंच रहे हैं।
पुल के दोनों ओर पुलिस बल तैनात
मेघा महानदी पुल की धंसने के कारण शासन प्रशासन हरकत में आया। पुल ज्यादा खराब न हो इसलिए पुल के दोनों ओर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।





0 टिप्पणियाँ