यूएस,आस्ट्रेलिया में रहता है परिवार
भूपेन्द्र साहू
धमतरी। तीज पर्व छत्तीसगढ़ी संस्कृति के लिए महत्वपूर्ण होता है।खासकर बेटी जब अपने मायके पहुंचती है तो मां के लिए वह सुखद पल होता है। छत्तीसगढ़ में परंपरा है कि बेटियों को मायके लाया जाता है और धूमधाम से यह पर्व मनाते हैं। धमतरी जिले के ग्राम छोटी करेली निवासी पूर्व जिला पंचायत सदस्य मथुरा साहू की बेटियां, बेटा बहू सभी विदेश में रहते हैं। इस बार तीज पर्व उनके लिए खास रहा जब 24 साल बाद सभी बेटियों बहू बेटे एक साथ शामिल हुए 24 साल बाद यूएस में रहने वाली दो बहने और ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले बेटा बहू गांव पहुंचे। मां के लिए यह आंखों को नम कर देने वाला पल रहा।
मूलतः छोटी करेली निवासी वंदना साहू इन दोनों अपने पति राजेश्वर साहू के साथ केलिफोर्निया यूएस में रहती हैं और दोनों जॉब में है। इसी तरह उनकी छोटी बहन सुमन साहू अपने पति अशोक साहू के साथ मैरिडलैंड यूएस में रहती है। बेटा खेमराज साहू अपनी पत्नी श्रद्धा साहू के साथ मेलबॉर्न ऑस्ट्रेलिया में रहता है वह भी दोनों जॉब करते हैं। हालांकि बीच-बीच में वह छत्तीसगढ़ तो जरूर पहुंचते हैं लेकिन इस बार का तीज पर्व उनके परिवार के लिए खास रहा जब सब एक साथ शामिल हुए। 24 साल में वह पहली बार तीज पर्व में अपने गांव पहुंची तो यह एक सुखद फल रहा। हालांकि यूएस में भी छत्तीसगढ़ी परंपरा को निभाया जाता है और हर पर्व हर त्योहार धूमधाम से मनाते हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति की बात ही अलग है। इस बार सभी ने प्लानिंग की थी कि एक साथ शामिल होना है। छोटी करेली में तीज पर्व मनाने के बाद सभी अपने नाना नानी के घर ग्राम मुरा पहुंचे। यहां अन्य बहनों से मिलकर सभी भाव विभोर हो गए।दिनभर मस्ती करने के बाद पुराने पलों को याद किया।वंदना और सुमन ने कहा कि सात समुंदर पार रहने के बाद भी अपनी कला एवं संस्कृति को भूली नहीं है।




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