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खूबलाल ध्रुव ने काशी विश्वनाथ में पूजा कर क्षेत्र के खुशहाली की कामना की

 



धमतरी।वाराणसी (बनारस) अस्सी घाट पर गंगा माँ को प्रणाम करना वाकई सौभाग्य की बात है! अस्सी घाट वाराणसी के प्रमुख घाटों में से एक है, जहाँ गंगा की लहरें और सूर्यास्त का नजारा बहुत ही सुंदर होता है।


 बनारस व वाराणसी भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहरों में से एक है। यह शहर उत्तर प्रदेश में स्थित है और गंगा नदी के किनारे बसा हुआ है। बनारस को हिंदू धर्म में एक अत्यधिक पवित्र शहर माना जाता हैँ।

भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश मंत्री खूबलाल ध्रुव ने वाराणसी में काशी विश्वनाथ की पूजा अर्चना कर क्षेत्र की खुशहाली की कामना की।


- *गंगा नदी और घाट*: बनारस में गंगा नदी के किनारे कई घाट हैं, जैसे कि अस्सी घाट, दशाश्वमेध घाट, और मनिकर्णिका घाट। ये घाट पूजा, स्नान, और गंगा आरती के लिए प्रसिद्ध हैं।

- *सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व*: बनारस हिंदू धर्म के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यहाँ काशी विश्वनाथ मंदिर है, जो भगवान शिव को समर्पित है।



- *शिक्षा और विद्या*: बनारस में बनी हुई विश्वविद्यालय और महाविद्यालय शिक्षा के लिए प्रसिद्ध हैं। यहाँ की संस्कृत शिक्षा भी बहुत प्रसिद्ध है।

- *बुनाई और हस्तशिल्प*: बनारस के बुनकर साड़ी बनाने में बहुत प्रसिद्ध हैं। बनारसी साड़ियाँ पूरे भारत में अपनी सुंदरता और डिज़ाइन के लिए जानी जाती हैं।

अस्सी घाट, जहाँ गंगा माँ को प्रणाम किया, बनारस के प्रमुख घाटों में से एक है। यहाँ का सूर्यास्त और गंगा की लहरें बहुत सुंदर लगती हैं।

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