धमतरी।लगातार दो दिन से हुई मूसलाधार बारिश से नदी, नालों में बाढ़ आ गया है।जिससे खेत खलिहान, तालाब, जलाशय लबालब हो गए हैं। गंगरेल बांध से महानदी में पानी छोड़ने से बाढ़ आ गया।जिसकी वजह से बारना के टापू में मंगलवार रात से एक चरवाहा अपनी भैसों के साथ फंस गया है। पानी कम होने पर उसे सुरक्षित निकाला जाएगा।
दो दिनों तक तेज मूसलाधार बारिश हुई।जिससे सभी बांध लबालब हो गए हैं।नदी, नालो में बाढ़ आ गया है।इसी के चलते गंगरेल बांध भी खतरों के निशान के करीब आ गया है। मंगलवार की शाम महानदी में 90 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया।जिससे बाढ़ आ गया है। महानदी के किनारे बसा ग्राम बारना का चरवाहा दीपक यादव मंगलवार को आधा दर्जन भैसों को चराने टापू में गया था।शाम को लौटने के पूर्व नदी में जलस्तर बढ़ जाने से वह घर वापस नही आ सका।जानकारी होने पर रात को और बुधवार सुबह चरवाहा के परिजन एवं गांव के लोग उनके लिए खाना दाना की व्यवस्था लेकर उन तक पहुंचाया।बताया जाता है कि बारना के पास भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बन रही विशाखापटनम सड़क के नीचे ही कुछ दूरी पर टापू है।जहां तक सीढ़ी के सहारे पहुंचा जा सकता है। मवेशियों के साथ होने के कारण चरवाहा भी घर नही लौट पा रहा है। बहरहाल चरवाहा और सभी मवेशी सुरक्षित टापू में ही है। जिसके लिए खाना, दाना की व्यवस्था की जा रही है।पानी कम होने के बाद सभी को वापस लाया जाएगा।
इस संबंध में जिला सेनानी शोभा ठाकुर ने बताया कि मंगलवार रात 9 बजे इसकी सूचना मिली थी।तुरंत बाढ़ राहत टीम को बोट के साथ भेजा गया था जहां पर चरवाहा और भैंस सुरक्षित है। सीढ़ी होने की वजह से दीपक यादव सुरक्षित निकल सकता है लेकिन मवेशी को निकालना मुश्किल है पानी कम होने पर दोनों को बाहर निकाला जाएगा।




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