क्लीनिक को किया गया सील
धमतरी। ज़िले में अपंजीकृत झोलाछाप चिकित्सक के विरुद्ध इंजेक्शन लगाने, बॉटल चढ़ाने, वांछित डिग्री एवं दस्तावेज नहीं होने के उपरांत भी मनमानी तरीक़े से एलोपैथी दवाई देने और नर्सिंग होम एक्ट का पालन न करते हुए बिना अनुमति के क्लिनिक संचालन किए जाने के संबंध में बार बार कलेक्टर जनदर्शन में शिकायत प्राप्त हो रहा है।
इसी तारतम्य में जन शिकायत के तहत रविलाल पिता प्रेमलाल देवांगन ग्राम गाड़ाडीह (आर) भखारा ने उसी ग्राम में रामहरि सिन्हा पिता श्रवण सिन्हा द्वारा मरीज़ को इंजेक्शन लगाने, बाटल चड़ाने, अपने आप को पेशावर डॉक्टर बताकर इलाज करने की शिकायत प्राप्त हुआ था। जिसके बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी द्वारा गठित जांच दल 11 सितंबर को औचक शिकायत की जाँच हेतु ग्राम गाड़ाडीह (आर) भखारा में दबिश दी।मौके पर रामहरि सिन्हा और ग्रामीण उपस्थित थे। औचक जाँच के दौरान उक्त अपंजीकृत चिकित्सक के पास इंजेक्शन, एलोपैथिक दवाई पाया गया। एलोपैथी पद्धति से मरीज़ के उपचार हेतु वांछित डिग्री दस्तावेज रामहरि सिन्हा के पास नहीं पाया गया। जिससे शिकायत कर्ता की शिकायत की पुष्टि हुई। जिसके आधार पर मौक़े पर ही जाँच दल ने ग्रामीण एवं चिकित्सक की उपस्थिति में संचालित क्लिनिक को सील बंद किया।भविष्य में ऐसे कृत्य नहीं किए जाने की समझाइश दी गई जिससे किसी प्रकार की अप्रिय घटना घटित न हो। जिले में ऐसे अपंजीकृत चिकित्सक जो नर्सिंग होम एक्ट का उल्लंघन करते हुए घर घर जाकर और क्लिनिक लैब हॉस्पिटल संचालित कर अवैध रूप से प्रैक्टिस कर रहे है उनके विरुद्ध निरंतर कार्यवाही जारी रहेगी।
ज्ञात हो कि धमतरी जिले में न सिर्फ ग्रामीण बल्कि शहरी क्षेत्र में भी कई अपंजीकृत तथाकथित चिकित्सक प्रैक्टिस करते हैं और उनके पास भीड़ भी रहती है। नगर निगम क्षेत्र में भी कई ऐसे लोग मौजूद हैं इन पर भी कार्रवाई की जानी चाहिए।



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