बुधवार को बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचे ग्रामीण व कांग्रेसी
भूपेन्द्र साहू
धमतरी। जिले के कुरूद ब्लॉक के ग्राम सिवनीकला में भारतमाला परियोजना के अंतर्गत विशाखापट्टनम राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण में धांधली पर कोई कार्रवाई नहीं होता देख बुधवार 9 जुलाई को फिर से एक बार बड़ी संख्या में ग्रामीण और कांग्रेसी कलेक्ट्रेट पहुंचे।
भारतमाला प्रोजेक्ट में न सिर्फ रायपुर जिला बल्कि धमतरी जिला में भी भ्रष्टाचार हुआ है। इसकी कई बार शिकायत ग्राम सिवनीकला के ग्रामीण कर चुके हैं।ग्रामीणों ने बताया कि करीब 90 किसानों का नाम फर्जी तरीके से बंदरबांट कर अवैधानिक रूप से लाभ पहुंचाया गया है।मिलीभगत कर 1 एकड़ भूमि को बटांकन के रूप में तैयार किया गया है और 18 लाख की जगह 1 करोड़ रुपए तक मुआवजा दर्शाया गया है। ग्रामीणों ने भू माफिया और इससे जुड़े अधिकारी कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
ग्रामीणों ने बताया कि शासन के किए सर्वे के आधार पर 1 मई 2019 को भू-अर्जित भूमियों का प्रकाशन किया गया था। ग्राम सिवनीकला में निवासरत अधिग्रहित भूमियों का हितग्राहियों को जानकारी होने के बाद अधिग्रहित भूमियों का फर्जी रूप से हल्का पटवारी से सांठ-सांठ कर फर्जी नामान्तरण, बंटवारा, नक्शा बटांकन कराकर राजस्व अभिलेख में फेरबदल किया गया। जिसमें कई नाम ऐसे हैं जिसमें खसरा नंबर एक है लेकिन उसे अलग-अलग टुकड़े में बांट दिया गया है।
पूर्व सरपंच ईश्वर लाल साहू ने बताया कि यहां बटांकन नामांतरण में बड़ा फर्जीवाडा हुआ है। इसकी जांच होनी चाहिए। मजबूत सड़क को दरकिनार कर भ्रष्टाचार में ध्यान दिया गया। नक्शा को लीक किया गया। अधिकारियों की मिली भगत की जांच होनी चाहिए।
निर्मल साहू ग्राम मेडरका ने कहा कि भू माफियों के साथ मिलकर अधिकारियों के सांठ गांठ से करोड़ों का घोटाला किया गया है। अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। आरटीआई के तहत समस्त दस्तावेज निकाल कर पेश किया जा चुका है। शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर आगे बड़ा आंदोलन किया जाएगा। इसमें सिवनीकला के 90 किसान प्रभावित हैं।
कांग्रेस नेता नीलम चंद्राकर ने कहा कि भारत माला प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार के मामला लेकर पहुंचे हैं। 5 माह से छत्तीसगढ़ में कई जगह है कार्रवाई हुई है। धमतरी में दो माह से सिवनीकला के ग्रामीण लगातार आवेदन दे रहे हैं लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। यहां पर करोड़ों का मुआवजा में बंदरबाट किया गया है।गांव के लोग पूरा दस्तावेज भी दिए हैं। इस घोटाले में सफेदपोश नेता, अधिकारी और नेता के करीबी जो भू माफिया के रूप में काम करते हैं सभी शामिल है। एक बड़ा मामला यह है कि 20 हजार रुपए में एक अधिकारी ने अपनी पत्नी के नाम से दान पत्र दिखाकर उस जमीन के कई टुकड़े करके एक करोड़ का मुआवजा ले लिया। 15 दिन के अंदर कोई कार्रवाई नहीं की गई तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
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