डीईओ के आश्वासन पर खोला गया ताला, पढ़ाई शुरू
भूपेन्द्र साहू
धमतरी।शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शंकरदाह में शिक्षकों की कमी और अन्य मांगों को लेकर प्रयास करने के बावजूद समस्या का निराकरण नहीं होने पर 11 जुलाई को तालाबंदी की गई। लगभग 2 घंटे तक बंद रहने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी के आश्वासन पर ताला खोला गया, पढ़ाई शुरू हुई।
जिले में कई स्कूलों में विभिन्न मांगों को लेकर तालाबंदी की जा रही है ।कुछ दिन पहले रुद्री के बेंद्रानवागांव में तालाबंदी की गई थी। इसके बाद शुक्रवार को धमतरी से लगे शंकरदहा स्कूल में तालाबंदी कर दी गई।बताया जा रहा है कि यहां पर प्रमुख विषयों के शिक्षक ही नहीं है। इसके अलावा ग्रंथपाल भी नहीं होने से पढ़ाई प्रभावित होती है और परिणाम लगातार गिर रहा है। शुक्रवार सुबह 9 बजे ही विद्यार्थी और शाला प्रबंधन समिति के पदाधिकारी,सरपंच, उप सरपंच सभी पहुंच गए थे। लगभग 2 घंटे तक ताला बंद रहा। इस बीच जिला शिक्षा अधिकारी टी आर जगदल्ले, नायब तहसीलदार जितेंद्र डहरे,अर्जुनी थाना प्रभारी चंद्रकांत साहू पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए थे।लगातार समझाइश और आश्वासन के बाद ताला खोला गया। इसके बाद डीईओ की सभी प्रमुख लोगों के साथ बैठक हुई। आश्वस्त किया गया कि यहां पर परीक्षा परिणाम बेहतर करने के लिए प्रयास किए जाएंगे और शिक्षकों की समस्या को भी हल किया जाएगा इसके बाद पढ़ाई शुरू हुई।
लंबे समय से शिक्षकों की कमी बनी हुई है
सरपंच रमी गौतम, शाला प्रबंधन एवं विकास समिति अध्यक्ष हेमंत कुमार साहू ने बताया कि शाला विकास एवं प्रबन्धन समिति शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शंकरदाह के अध्यक्ष,सदस्य एवं ग्राम पंचायत शंकरदाह के सदस्य शाला में व्याप्त विभिन्न समस्याओ पूर्ण कालिक प्राचार्य, वाणिज्य, भौतिक और संस्कृत के व्याख्याता के रिक्त पद, भृत्य के रिक्त 4 पद, सहायक ग्रेड 3 के रिक्त पद और संस्था के संलग्न ग्रंथपाल प्रतिमा देशमुख की संलग्नीकरण समाप्त कर मूल संस्था मे वापसी के निराकरण के लिये कई बार आवेदन जिला शिक्षा अधिकारी तथा कलेक्टर को जनदर्शन व सुशासन तिहार के माध्यम से दिये है। मगर किसी भी प्रकार की कार्यवाही शासन प्रशासन की ओर से नहीं की गई है।जिससे शुब्ध होकर 11 जुलाई को शाला मे तालाबंदी की गई थी। अभी जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा आश्वासन दिखा दिया गया है आगे व्यवस्था नहीं करने पर फिर से की जाएगी।बताया गया कि कुछ वर्ष पूरे यहां की दर्ज संख्या 400 थी अब जो गिरकर 200 तक पहुंच गई है।बच्चे प्रति वर्ष टीसी निकालकर जा रहे हैं।
वहां मौजूद विद्यार्थियों ने भी कहा कि लगातार परीक्षा परिणाम गिर रहा है यदि ऐसी स्थिति रही तो टीसी निकालने को मजबूर होंगे। यहां पर विषय के शिक्षक नहीं है, अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। इस दौरान जिला पंचायत सदस्य मोनिका देवांगन, उप सरपंच विनोद डिंडोलकर, रामकृष्ण ध्रुव, अमृत ध्रुव, गोपेश साहू, डोड़की उपसरपंच शुभम सिन्हा,पालक समिति अध्यक्ष सोमन देवांगन सहित अन्य पालक व शाला विकास समिति के सदस्य मौजूद थे।
शिक्षकों की है पर्याप्त व्यवस्था: डीईओ
इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी टी आर जगदल्ले ने कहा कि यहां शिक्षकों की कोई विशेष समस्या नहीं है। प्राथमिक और मिडिल भी यहां लगता है आपसी सामंजस्य में पढ़ाया जा सकता है। ग्रंथपाल जिला शिक्षा कार्यालय में अटैच है जिसे वापस बुलाया जाएगा। विशेष एकात की यदि बहुत ज्यादा मांग है तो उन्हें पूरा किया जाएगा। परीक्षा परिणाम प्रतिवर्ष एक जैसा नहीं होता। यहां का परीक्षा परिणाम गिरा है।इस वर्ष बेहतर लाने के लिए प्रयास किए जाएंगे।
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