महाराष्ट्र के पांच, बालोद के तीन, दुर्ग के एक, रायपुर के एक और धमतरी क्षेत्र के दो आरोपी शामिल
धमतरी। फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी बनकर रत्नाबांधा रोड स्थित डॉ. राठौर के घर में दिन दहाड़े अवैध प्रवेश कर तलाशी लेने वाले अंतर्राज्यीय संगठित गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए कुल 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। डाक्टर के यहां 200 करोड़ रूपये नगद होने की सूचना से लालच में आकर संगठित होकर उक्त घटना को अंजाम दिया। अपने साथ 50 खाली बोरे और बड़ी सफारी गाड़ी लेकर आए थे ताकि उसमें रूपये भरकर ले जा सकें।
मंगलवार को पुलिस अधीक्षक एसपी सूरज सिंह परिहार ने इस मामले का खुलासा करते हुए मीडिया के सामने आरोपियों को भी पेश किया। पुलिस के अनुसार डॉ. दिलीप राठौर रत्नाबांधा रोड धमतरी ने 12 दिसंबर को थाना सिटी कोतवाली में लिखित आवेदन प्रस्तुत कर रिपोर्ट दर्ज कराई। उनके अनुसार बीते माह 17 नवंबर को लगभग सुबह 11.30 बजे 6-7 व्यक्ति स्वयं को इनकम टैक्स विभाग का अधिकारी बताकर बिना किसी पहचान पत्र एवं बिना वैध तलाशी वारंट के प्रार्थी के घर जबरन घुस आए। आरोपियों ने 2 से 2.30 घंटे तक घर के सभी कमरों, दराजों, आलमारियों एवं लॉकर की तलाशी ली। प्रार्थी समेत घर के अन्य सदस्यों को घर से बाहर निकलने नहीं दिया। तलाशी में कुछ न मिलने पर आरोपी दो कारों में बैठकर फरार हो गए। रिपोर्ट पर धाना सिटी कोतवाली द्वारा धारा 204, 319(2), 331(3), 61(2), 3(5) भारतीय न्याय संहिता के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ किया गया।
एसपी के निर्देशन में अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन किया गया। सायबर सेल के सहयोग से तकनीकी साक्ष्यों का विश्लेषण कर टीमों को नागपुर (महाराष्ट्र), दुर्ग, रायपुर, बालोद, दल्लीराजहरा की ओर आरोपियों की तलाश हेतु रवाना किया गया। निरंतर प्रयास एवं तकनीकी विश्लेषण के आधार पर सभी आरोपियों को अभिरक्षा में लेकर धमतरी लाया गया।
आरोपियों से गहन पूछताछ की गई, जिसमें आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन्हें प्रार्थी के घर में 200 करोड़ रुपये रखे होने की सूचना प्राप्त हुई थी। इसी सूचना के आधार पर आरोपियों ने आपस में संपर्क कर सुनियोजित षडयंत्र रचते हुए फर्जी इनकम टैक्स टीम का गठन किया और घटना को अंजाम दिया। प्रार्थी से घटना में शामिल आरोपियों की विधिवत सही पहचान कराई गई।घटना में प्रयुक्त चार पहिया वाहन (टाटा सफारी स्विफ्ट डिजायर एवं स्टिफ्ट कार), आपसी संपर्क में प्रयुक्त मोबाइल फोन तथा नकदी रखने हेतु प्रयुक्त जूट बोरी को विधिवत गवाहों के समक्ष जप्त किया गया। आरोपियों के विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्य उपलब्ध होने पर आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजने की कार्यवाही की गई।
ये हैं आरोपी
बबलू अजबराव नाइक उके नीना मामा पिता अजबराव उके उम्र 43 वर्ष साकिन गणेश मंदिर के पास थाना जिपटका पोस्ट उलवाडी जिला नागपुर महाराष्ट्र, अर्पण उत्तम मेश्राम पिता उत्तम मेश्राम उम्र 25 वर्ष साकिन वठोडा रोड थाना नंदनवन महाराष्ट्र, अमन उत्तम मेश्राम पिता उत्तम मेश्राम उम्र 26 साल वठोडा रोड थाना नंदनवन महाराष्ट्र, संजय जगतराव शिवरिया उर्फ बाला पिता जगतराम शिवरीया उम्र 52 वर्ष साकिन डिप्टी सिंग्नल चिखली रोड संजय नगर थाना कडमना जिला नागपुर महाराष्ट्र, दीपक मोहन वर्डे पिता मोहन वर्डे उम्र 22 वर्ष साकिन बस स्टेण्ड के पीछे नयाकुंड थाना पाटसिवनी जिला नागपुर जिला महाराष्ट्र, सजय रामटेके पिता राजेन्द्र रामटेके उम्र 34 वर्ष साकिन झुर्रीपारा जिला बालोद, गजेन्द्र कुमार साहू उर्फ पिता राजेश कुमार साहू उम्र 31 वर्ष साकिन कुसुमकसा थाना दल्लीराजहरा जिला बालोद, विवेक उर्फ विक्की कोर्सवाडा पिता द्रोणेन्द्र कोर्सवाडा उम्र 33 साल साकिन बोरसी कालोनी पदनाभपुर जिला दुर्ग, उमेश साहू पिता कोमल साहू उम्र 30 वर्ष साकिन बजरंग चौक भटगावं थाना रूद्री जिला धमतरी, जितेन्द्र कुमार बघेल पिता नीलकंठ बघेल उम्र 32 साल साकिन भाठापारा बोधन रोड रजौली थाना रनचिरई जिला बालोद, हाल मुकाम हाउसिंग बोर्ड एलआईजी 717 सेजबहार थाना मुजगहन जिला रायपुर, चेतन साहू पिता झीटू राम साहू उम्र 44 साल निवासी सांगली थाना गुरूर, जिला बालोद, श्रवण ध्रुव पिता छत्तर सिंह ध्रुव उम्र 38 साल साकिन हटकेशर वार्ड धमतरी के नाम शामिल हैं।
किसकी क्या भूमिका रही-
श्रवण धु्रव धमतरी-घर का नक्शा बना कर चेतन को दिया।
चेतन साहू सांगली-सूचना उमेश को भेजी।
उमेश साहू भटगांव-चेतन की सूचना को आगे बढ़ाया। स्थानीय सहयोगी रेड फेल होने पर नागपुर की टीम को 20 हजार पेमेंट किया।
संजय रामटेके बालोद-तथाकथित पत्रकार, इसने सूचना सोनू तक पहुंचायी। बालोद की डाक्टर की सफारी गाड़ी लेकर आया था।
गजेन्द्र साहू उर्फ सोनू कुसुमकसा-मुख्य सहयोगी, इसने नागपुर की टीम से लिंक स्थापित किया। टीम की निगरानीे के लिए मौैके पर मौजूद था।
जितेन्द्र बघेल रायपुर-नागपुर से आए आरोपियों के रूकने की व्यवस्था की। घर की रेकी करवाई, नक्शा दिखाया।
संजय शिवरिया नागपुर-फर्जी रेड में प्रमुख भूमिका।
बबलू नाइक नागपुर-नागपुर टीम का लीडर। इसी ने टीम बनाई।
दीपक वर्डे नागपुर-टीम का सदस्य, रेड में शामिल।
अर्पण मेश्राम महाराष्ट्र-सदस्य।
अमन मेश्राम महाराष्ट्र-सदस्य।
विवेक कोर्सवाड़ा दुर्ग-षडय़ंत्र में सहयोगी, यह भी गाड़ी लेकर आया था।




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