वन मात्र संसाधन नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर और आने वाली पीढ़ियों के लिए अमूल्य विरासत हैं : वन मंत्री
धानतरी 03 दिसंबर। नवीन वनमण्डल कार्यालय धमतरी का लोकार्पण एवं वन प्रबंधन समितियों के सम्मेलन का आयोजन आज भव्य रूप से किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में वन एवं जलवायु परिवर्तन, परिवहन, सहकारिता एवं संसदीय कार्य मंत्री केदार कश्यप उपस्थित रहे। अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में सांसद, महासमुंद लोकसभा क्षेत्र रूपकुमारी चौधरी, सिहावा विधायक अम्बिका मरकाम, धमतरी विधायक ओंकार साहू, महापौर जगदीश रामू रोहरा तथा छत्तीसगढ़ आदिवासी, स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधि पादप बोर्ड के अध्यक्ष विकास मरकाम, जनप्रतिनिधि सहित वन प्रबंधन समिति के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष उपस्थित थे ।
कार्यक्रम की शुरुआत ‘एक पेड़ मॉं के नाम’ अंतर्गत मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों द्वारा पौधा रोपण से हुई। इसके बाद पूजन-अर्चना कर धमतरी स्थित नवीन वनमण्डल कार्यालय भवन का विधिवत लोकार्पण किया गया। लगभग 1.14 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित यह भवन आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है, जिसमें वन मंडल के सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों के लिए सुव्यवस्थित कक्ष, बैठक कक्ष और प्रशासनिक सुविधाएँ उपलब्ध हैं। मंत्री श्री कश्यप ने 3 करोड़ से अधिक राशि के जिले की 32 संयुक्त वन प्रबंधन समितियों को वार्षिक कार्य योजना विभिन्न कार्य की स्वीकृति पत्र वितरित किए।
वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि धमतरी जिला प्राकृतिक संपदाओं से समृद्ध है और वन संरक्षण में यहां की परंपराएँ तथा जनभागीदारी हमेशा महत्वपूर्ण रही है। उन्होंने कहा कि नया वनमण्डल कार्यालय न केवल प्रशासनिक कार्यों को गति देगा बल्कि वन प्रबंधन समितियों के साथ समन्वय को भी और मजबूत करेगा।
उन्होंने कहा “वन मात्र संसाधन नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर और आने वाली पीढ़ियों के लिए अमूल्य विरासत हैं। राज्य सरकार वन संरक्षण, जैव विविधता संवर्धन तथा वनों पर निर्भर समुदायों के सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। वन प्रबंधन समितियाँ इस दिशा में हमारी सबसे बड़ी ताकत हैं। आपकी सक्रिय भागीदारी से ही हम जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का सामना कर सकते हैं।
वन मंत्री ने आगे कहा कि वन हमारा जीवन का आधार है। प्रभु राम का गमन पथ रहा है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय भी लगातार काम कर रहे है और तेंदूपत्ता संग्राहकों को वास्तविक क़ीमत देने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वनों को बचाने का काम वन विभाग तो कर ही रहा है, लेकिन हम सबका दायित्व भी है ।
उन्होंने 25 साल पहले की स्थिति की बात करते हुए बताया कि आज की स्थिति में बहुत परिवर्तन हुए । शिक्षा, स्वास्थ्य सड़क बिजली कई क्षेत्रों में बेहतर काम हुए और लगातार किए जा रहे है।,
मंत्री श्री कश्यप ने आगे कहा कि शासन द्वारा स्थानीय वन समितियों को मजबूत करने, रोको-टोको चौकियों के सुढ़ीकरण, तेंदूपत्ता संग्राहकों के हित संरक्षण तथा औषधीय पौधों के संवर्धन के लिए सरकार लगातार ठोस कदम उठाया जा रहा है। उन्होंने सभी समितियों को पारदर्शी और सहभागी वन प्रबंधन के लिए प्रोत्साहित किया।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक व्ही श्रीनिवास राव और वन मंडलाधिकारी श्रीकृष्ण जाधव ने प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए वन विभाग के कार्यों और उपलब्धियां बतायी ।





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