बरसात में माइनिंग बंद के निर्देशों का खुल्ला उल्लंघन,ओवर लोड हाईवा,अधिकारी से लेकर सरकार तक सभी पर विधायक ने लगाया मिली भगत का आरोप
धमतरी। क्षेत्र की कोलियारी खरेंगा मार्ग के सड़क की मांग बहुप्रतीक्षित है,सोमवार को फिर एक शिक्षक ने दर्दनाक हादसे में अपनी जान गंवाई है।इस क्षेत्र की सड़क की मांग बहुत लंबी है ग्रामीणों से लेकर विधायक तक सभी ने आंदोलन कर इस सड़क के लिए लड़ाई लड़ी है परंतु इतने हादसों के बाद भी सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है।
बीते वर्ष विधायक ने झुरानवागांव से लेकर कोलियारी तक ग्रामीणों के साथ पदयात्रा भी की थी तो वहीं विधानसभा में भी इस विषय को गंभीरता से उठाया तो समय समय पर विभागीय मंत्री से भी मिल कर मांग के बावजूद इसकी स्वीकृति अब तक नहीं मिली, जारी प्रेस नोट में विधायक रंजना साहू ने कहा इस सड़क हादसे में गई ग्रामीण की जान का कोई जिम्मेदार है तो वो राज्य सरकार है,ना जाने कितने लोगों ने इस बदहाल सड़क पर अपनी जान गंवाई है हमने शासन से बार बार इस विषय को गंभीरता से लेकर जल्द इसकी प्रशासनिक स्वीकृति देने की मांग की है, एडीबी में शामिल होने के बाद भी चार साल से यह सरकार इस सड़क की प्रशासनिक स्वीकृति नहीं दे रही है,न जाने और कितने हादसों का इंतज़ार कर रही है ये सरकार।
भाजपा मछुआरा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक नेहरू निषाद ने कहा आज का सड़क हादसा अत्यंत पीड़ादायक है,वे कांग्रेसी जो इस सड़क पर धान बोने की नौटंकी करते थे आज साढ़े चार साल से राज्य में उनकी सरकार है फिर क्यों सड़क की स्वीकृति नहीं मिल रही है।
भाजपा भोथली मंडल अध्यक्ष हेमंत चंद्राकर ने कहा यह अवैध रेत उत्खनन और ओवरलोड हाईवा की वजह से घटना हुई है जब माइनिंग अभी बंद है तो उस दरम्यान रेत से भरी हाईवा सड़क में कैसे रात को हज़ारों की संख्या में तेज रफ्तार हाईवा इस रोड में माइनिंग बंद होने के बावजूद चलती है अधिकारियों से लेकर सरकार तक सभी की मिली भगत से रेत का अवैध कारोबार का खामियाजा मासूम ग्रामीण को अपनी जान गंवा कर देना पड़ा है,यह शासन की गाइडलाइन का खुल्ला उल्लंघन है,हमारी विधायक ने हज़ारों ग्रामीणों के साथ इस सड़क की मांग के लिए पदयात्रा निकाली थी सदन में मुखरता से मांग की संघर्ष किया उसके बाद इस सरकार ने इस दिशा में कोई कार्य नहीं किया।
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