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सिहावा को मिलेगी नई पहचान, पर्यटन हब के रूप में विकास की ओर एक बड़ा कदम,SECL के अधिकारी पहुंचे

 



धमतरी। धमतरी जिले के सिहावा क्षेत्र को पर्यटन हब के रूप में विकसित करने के लिए कलेक्टर  अबिनाश मिश्रा की पहल पर कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस दिशा में  साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (SECL) के वरिष्ठ अधिकारी सी. के. वर्मा एवं श्री सम्पत ने सिहावा के प्रमुख पर्यटन स्थलों का निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ लोक निर्माण विभाग, जल संसाधन एवं ग्रामीण यांत्रिकी सेवा (आरईएस) के अधिकारी भी उपस्थित थे ।

   निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने महानदी उदगम स्थल, कर्णेश्वर महादेव मंदिर, संगम स्थल, श्रृंगी ऋषि मंदिर और गणेश घाट का भ्रमण किया।


कर्णेश्वर मंदिर में मंदिर तक पहुंच मार्ग, बिजली-पानी, सड़क और मेला ग्राउंड के विकास की आवश्यकताओं का परीक्षण किया गया।संगम स्थल पर प्रस्तावित रिसॉर्ट, कॉटेज, 1.8 किमी पाथवे, रिटेनिंग वॉल और लाइटिंग व्यवस्था का अवलोकन किया गया।गणेश घाट में आरती घाट, व्यू पॉइंट, एनीकट निर्माण और श्रृंगी ऋषि मंदिर तक पाथवे व विद्युत सुविधाओं की समीक्षा की गई।

  कलेक्टर ने बताया कि पहले चरण में श्रृंगी ऋषि पर्वत, कर्णेश्वर मंदिर और गणेश घाट को मिलाकर जल संरक्षण एवं पर्यटन के समेकित विकास के कार्य किए जा रहे हैं।

इनमें शामिल हैं –

सड़क विस्तार

पेयजल, शौचालय एवं बिजली व्यवस्था

सौंदर्यीकरण

एनीकट निर्माण

नौका विहार सुविधा

नदी किनारे पीचिंग और वृक्षारोपण

कर्णेश्वर मंदिर तक विद्युत लाइन

मेला स्थल पर मंच निर्माण एवं आकर्षक चित्रकारी


महानदी-बालका नदी संगम स्थल पर धार्मिक अनुष्ठानों हेतु विशेष व्यवस्था की जाएगी। वहीं रिसॉर्ट और कॉटेज निर्माण के लिए उपयुक्त स्थल का निरीक्षण भी किया गया।

श्रृंगी ऋषि पर्वत तक सुगम पहुँच हेतु देवपुर से गणेश घाट तक सड़क चौड़ीकरण, साइन बोर्ड्स, ओवरहेड टैंक और स्थानीय दुकानों के सुव्यवस्थित विकास की योजना तैयार की जा रही है।

बैठक में दूसरे चरण के विकास कार्यों पर विस्तृत चर्चा की गई, जिसमें—

पर्यटन को बढ़ावा देना

कृषि क्षेत्र में वृद्धि

ग्रामीणों को आजीविका से जोड़ना

युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार प्रदान करना

जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं को शामिल किया गया।

SECL अधिकारियों ने सभी विकास प्रस्तावों को शीघ्र प्रस्तुत करने की बात कही, ताकि अनुमोदन की प्रक्रिया समयबद्ध तरीके से पूर्ण की जा सके।

यह पहल न केवल सिहावा को पर्यटन के मानचित्र पर उभारने में सहायक होगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी गति देगी और ग्रामीण युवाओं को नए अवसर प्रदान करेगी।



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